लेखनी प्रतियोगिता -05-Jan-2023
वो यादें
जिसने लूट लिया हमसे हमारा ही फ़साना
कैसे कहें मोहब्बत का वह अफसाना जहां
क़ीमत भी हमारी लगी थी और लूटे भी हम
ही जा रहें थे कैसे ब्यान करें जिंदगी का सफर
जहां रूटे भी हम थे और मनाने को भी हम ही
उलझे जा रहे थे, वो यादें जो हमारे जहन में
बस गई थी उनको एक नया मुकाम दिए जा
रहें थे, कैसे कहें उन यादों को जो हमें अब भी
जला रही है किसी के सफर में जब हम खो रहे हैं।
राखी सरोज
Rajeev kumar jha
07-Jan-2023 08:02 PM
Nice
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RAKHI Saroj
07-Jan-2023 11:27 PM
धन्यवाद
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पृथ्वी सिंह बेनीवाल
07-Jan-2023 02:52 PM
शानदार
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RAKHI Saroj
07-Jan-2023 11:26 PM
धन्यवाद
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Sachin dev
07-Jan-2023 02:33 PM
Nice
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RAKHI Saroj
07-Jan-2023 11:26 PM
धन्यवाद
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